Poetry on eyes
आँखों में डूबे हैं सौं प्याले आँखों में डूबें हैं सौं प्याले तुम्हारे तुम इतने नशीले इन्हें बना आते हो एक द रिया सा लगता हैं ये तुम रोज इन्हें और गहरा कर आते हो डरती हूँ पास जाने से इसके पर तुम कोई आकर्षण दिखा जाते हो ...